हर चुनाव में सबकी निगाह इस बात पर जरूर रहती है कि कितने मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. लोगों को यह भी जानने की उत्सुकता रहती है कि जो उम्मीदवार जीते हैं वो किस क्षेत्र और किस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में देश भर में 24 मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. लेकिन यह संख्या पिछली बार के मुकाबले दो कम है. 17वीं लोकसभा में 26 मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. लेकिन यह 2014 की संख्या से अधिक है. साल 2014 में 23 मुस्लिम उम्मीदवार संसद के निचले सदन के लिए चुने गए थे.
इस वर्ष लोकसभा चुनाव में 78 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में थे.24 मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है.सबसे ज्यादा नौ मुस्लिम सांसद कांग्रेस के जीते हैं.उसके बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पांच मुस्लिम सांसद हैं. समाजवादी पार्टी (एसपी) के चार, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के तीन और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) का एक सांसद है. एआईएमआईएम के एक मुस्लिम सांसद (स्वयं असदुद्दीन ओवैसी) हैं. इसके अलावा और दो मुस्लिम सांसद भी हैं जो निर्दलीय जीते हैं. ये हैं बारामूला से इंजीनियर राशिद और लद्दाख से मोहम्मद हनीफा. सत्तारूढ़ एनडीए का एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है.
इस बार चुनाव जीतने वाले मुस्लिम उम्मीदवारों में असम के धुबरी से रकीबुल हुसैन की जीत वोटों के अंतर के लिहाज से महत्वपूर्ण रही. कांग्रेस उम्मीदवार हुसैन ने एआईयूडीएफ सुप्रीमो बदरुद्दीन अजमल को रिकॉर्ड 10,12,476 वोटों से हराया. पहली बार चुनाव लड़ रहे युसूफ पठान ने पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेता एवं अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अधीर रंजन चौधरी को 85,022 वोटों से हरा दिया.