दिल्ली मेट्रो के कर्मचारियों ने उनकी मांगें न मानने पर 24 जुलाई से मेट्रो का परिचालन पूरी तरह से ठप करने की धमकी दी है.
पिछले कुछ दिनों से मेट्रोकर्मी आंदोलनरत हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को भी कर्मचारी मेट्रो स्टेशन पर एकत्र हुए और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कर्मचारी परिषद के सचिव अनिल कुमार महतो के मुताबिक वह लोग अभी काली पट्टी बांधकर दिल्ली-एनसीआर के मेट्रो स्टेशनों पर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को उन लोगों ने अन्य स्टेशनों पर प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद मेट्रो के परिचालन में ज्यादा व्यवधान नहीं आया. हम लोग नहीं चाहते कि मेट्रो का परिचालन प्रभावित हो, लेकिन न चाहते हुए भी हमें कठोर कदम उठाने पड़ रहे हैं.
उन्होंने बताया कि दो कर्मचारियों में से एक को मीडिया के सामने वेतन वृद्धि समेत अपनी अन्य बात रखने पर प्रबंधन की ओर से चार्चशीट दी गयी है, जबकि एक सुपरवाइजर विनोद साह को टर्मिनेट किया गया है, जो सरासर गलत है. हम लोग इनको वापस लाने समेत यहां यूनियन बनाने की मांग कर रहे हैं.
अनिल कुमार महतो ने बताया कि 24 जुलाई को प्रस्तावित बंद में आठ हजार कर्मचारी शामिल होंगे, जिनमें स्टेशन कंट्रोलर, ट्रेन ऑपरेटर, कस्टमर रिलेशन असिस्टेंट, जेई, मेंटीनेंस, ट्रेफिक कंट्रोलर आदि लोग शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि वह सभी लोग 23 जुलाई की शाम यमुना बैंक में एकत्र होंगे, जिनकी, ड्य़ूटी होगी वह उस रात की ड्यूटी कर अगले दिन से हड़ताल पर रहेगा. मेहतो के मुताबिक मेट्रो का परिचालन सुबह पौने पांच बजे (द्वारका) से शुरू हो जाता है. अगर उनकी मांगों पर मेट्रो प्रशासन ने कोई निर्णय नहीं लिया तो सोमवार सुबह मेट्रो का पहिया थम जाएगा.

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