Expresslivenews.com(Reported By:Sardar Hussain)
आठवीं मोहर्रम को निकाले जाने वाले ऐतिहासिक अलम फतह ए फुरात के जुलूस का रास्ता प्रशासन व उलमा से बातचीत के बाद बदल दिया गया है। अब यह जुलूस ट्रामा सेंटर व लारी कार्डियोलाजी के सामने से नहीं गुजरेगा।
यह जुलूस अब बड़ा इमामबाड़े के सामने से नीबू पार्क होता हुआ गुफरानमॉब इमामबाड़ा जाएगा। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने सभी ऐसे जुलूसों का मार्ग बदलने का आदेश किया था जो अस्पताल व इमरजेंसी सेवाओं को बाधित करते हो। इसको लेकर शहर के मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर और लॉरी कार्डियोलाजी के सामने से गुजरने वाले मुहर्रम की आठवीं के जुलूस को लेकर लगातार प्रशासन व उलमा के बीच वार्ता का दौर जारी था।
इसको लेकर कुछ उलमा सहमत थे तो कुछ विरोध कर रहे थे। हुसैनाबाद ट्रस्ट के सचिव व एडीएम पश्चिम संतोष कुमार वैश्य ने बताया कि मंगलवार को मौलाना डा. कल्बे सादिक, मौलाना आगा रूही, मौलाना हमीदुल हसन व मौलाना कल्बे जव्वाद आदि उलमा व मातमी अंजुमनों के जिम्मेदारों से वार्ता हुई और यह नतीजा निकाला गया है कि जुलूस दरियावाली मस्जिद से कन्वेंशन सेंटर की तरफ नहीं बल्कि बड़े इमामबाड़े से गुजारा जाएगा।
जुलूस दरिया वाली मस्जिद से बड़ा इमामबाड़ा से नीबूपार्क की तरफ मोड़ा जाएगा। यहां से जुलूस कमला नेहरू चौराहा होता हुआ विक्टोरिया स्ट्रीट कल्बे आबिद प्लाजा के सामने से तरकारी मंडी होता हुआ गुफरानमाब इमामबाड़े में संपन्न होगा।
एडीएम ने बताया कि इस मार्ग को लेकर मंगलवार शाम हुई बैठक में उलमा व मातमी अंजुमनों के सभी जिम्मेदारों ने अपनी सहमति जताई वहीं इसका विरोध कर रहे मौलाना यासूब अब्बास ने भी अपनी सहमति दी है। उनहोंने बताया कि मंगलवार को इस फैसले पर मौलाना डा. कल्बे सादिक, मौलाना हमीदुल हसन, मौलाना आगा रूही व मौलाना कल्बे जव्वाद ने व अंजुमनों के जिम्मेदारों ने हस्ताक्षर कर सहमति जताई है।