-
तीन तलाक का मुद्दा आज कल सुर्ख़ियों में बना हुआ है. सरकार ने तीन तलाक देने वालों को तीन साल की सजा देने के लिए एक बिल संसद में पेश भी कर दिया है.एक्सप्रेस लाइव न्यूज़ की टीम इसी मुद्दे को ले कर दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाके बाड़ा हिन्दू राव में लोगों के विचार जानने के लिए पहुंची. यहाँ के कुछ युवाओं से जब हमारी टीम की बात हुई तो केवल एक व्यक्ति ऐसा मिला जिस ने सरकार के इस बिल पर सहमति दिखाई.नवाब रोड के मोहद आसिफ का कहना था कि और अच्छा होता अगर तीन तलाक देने वालों को तीन साल के बजाये पांच साल की सजा होती.हालांकि उन का यह भी मानना था कि सरकार को धार्मिक मामलात में दखल अंदाजी नहीं करनी चाहिए.
जब हम ने आगे बढ़ कर कुछ और युवाओं से बात की तो उन का गुस्सा सरकार के कानून पर साफ़ दिखाई दे रहा था. मोहल्ला निवासी तनवीर अख्तर का कहना था कि यदि यह कानून लागू भी होता है तो हम इस को नहीं मानेंगे क्यों कि यह हमारा मज़हबी मामला है और हमारे उलमा ने भी अभी इस मसले पर अपनी प्रतिकिर्या जाहिर नहीं की है इस लिए हम अभी असमंजस की स्थिति में हैं वहीँ मोजूद मोo फ़िरोज़ का कहना था कि सरकार की धार्मिक मसलों में दखल अंदाजी गलत है मगर जब कानून बन ही गया है तो मानना तो पड़े गा ही.एसटीडी मालिक कमरुद्दीन भी इन दोनों युवाओं की बात से सहमत थे.