सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान ने सऊदी अरब में पाए जाने वाले रुढ़िवाद को मानते हुए कहा है कि हम सब इंसान हैं और मर्दों और औरतों के बीच कोई अंतर नहीं है।

उन्होंने अपने अमरीका के दौरे में एक इंटरव्यू में सऊदी अरब में उनके द्वारा किए जा रहे सुधारों पर खुल कर बात की। बिन सलमान ने युवराज बनने के बाद से सऊदी अरब में व्यापक स्तर पर सुधार आरंभ किया है जिसमें महिलाओं को विशेष रूप से दृष्टिगत रखा गया है। महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति देना, कार्य स्थलों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना और उनके आवरण संबंधी प्रतिबंधों को ख़त्म करना मुहम्मद बिन सलमान के सुधार कार्यक्रमों में प्रमुख हैं।

इंटरव्यू के दौरान सऊदी अरब के युवराज ने कहा कि हमारे यहां अब भी एेसे रुढ़िवादी हैं जो दो विभिन्न लिंगों के लोगों को मिलने से रोकते हैं और एक महिला और एक पुरुष को साथ काम करने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों के विचार पैग़म्बरे इस्लाम के काल के जीवन से विरोधाभास रखते हैं। बिन सलमान ने कहा कि हम सभी इंसान हैं और हमारे बीच कोई अंतर नहीं है।

सऊदी युवराज ने इस बात को स्वीकार किया कि उनका समाज रुढ़िवाद का शिकार था जो उन्हें वर्ष 1979 में ईरान में आई इस्लामी क्रांति और मक्के में बड़ी मस्जिदों पर क़ब्ज़ा करने वालों से मिला था। उन्होंने कहा कि हम इस प्रकार की सोच से प्रभावित थे। मुहम्मद बिन सलमान ने आगे कहा कि यह वास्तविक सऊदी अरब नहीं है और वास्तविक सऊदी अरब 60 और 70 के दशक में था जब हम अन्य अरब देशों की तरह सामान्य जीवन बिताया करते थे। उन्होंने दावा किया कि 1979 से पहले संसार के अन्य देशों की तरह सऊदी अरब में भी महिलाएं ड्राइविंग किया करती थीं और वे हर जगह काम कर सकती थीं।

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